Maharajganj

प्रदेश के वन व पर्यावरण मंत्री ने सोहगीबरवा सेंक्चुरी के ईको टूरिज्म वेबसाइट का किया लोकार्पण, पन्द्रह नवंबर से शुरू होगी जंगल सफारी

 

महराजगंज टाइम्स ब्यूरो : कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को वन व पर्यावरण मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने जनपद की महत्वाकांक्षी पर्यटन योजना जंगल सफारी के लिए महत्वपूर्ण सोहगीबरवा वन्यजीव अभयारण्य की आधिकारिक वेबसाइट व लोगो का लोकार्पण किया। साथ ही कॉफी टेबल बुक, टी-शर्ट, कैप व सफारी के बारे में जानकारी देने वाली लीफलेट पुस्तिका का भी अनावरण किया। इससे पूर्व मंत्री ने सबसे पहले कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित फ़ोटो गैलरी का अवलोकन किया। जिसमें सोहगीबरवा वन्यजीव अभयारण्य के विभिन्न महत्वर्पूण स्थलों के साथ-साथ वन्यजीवों के चित्रों की प्रदर्शनी आयोजित की गई थी।

सोहगीबरवा सेंक्चुरी में पर्यटन की असीम संभावना : पर्यावरण मंत्री
वनमंत्री अरूण कुमार सक्सेना ने उपस्थित लोगों व मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सोहगीबरवा वन्यजीव अभयारण्य में पर्यटन की असीम संभावना है। आवश्यकता है कि लोगों के हित में इसका उचित दोहन करते हुए स्थानीय स्तर पर पर्यावरण व विकास को गति देने की। जिलाधिकारी के नेतृत्व में यहां का प्रशासन इसे अच्छी तरह अंजाम दे रहा है। उन्होंने कहा कि सोहगीबरवा में बौद्ध स्थल के रूप में रामग्राम जैसा महत्वपूर्ण स्थल मौजूद है जिससे यहां धार्मिक पर्यटन की भी अच्छी संभावना है। जंगल सफारी जैसे कार्यक्रम से न सिर्फ आर्थिक विकास होता है बल्कि लोगों में पर्यावरण व जंगल के प्रति लगाव पैदा होता है। 
वनमंत्री ने आगे कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ कि जनपद में 05 एकड़ में फैला एक हेरिटेज पेड़ भी है। उन्होंने पेड़ को देखने की उत्सुकता भी व्यक्त की। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा सीएम योगी का विशेष ध्यान वनटांगिया गांवों के विकास पर है। इसलिए इन गांवों को इस योजना में जोड़ें ताकि वे लोग लाभान्वित हो सकें।
 वन व पर्यावरण मंत्री ने कहा कि जंगलों की क्षति दो वजहों से होती है। एक पेड़ों की कटान और दूसरा मानव-जंगली जानवर संघर्ष। कटान की समस्या का प्रमुख कारण जलाऊ लकड़ी है। इसलिए वनटांगिया गांवों में मुफ्त गैस कनेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इसी प्रकार जंगली जानवरों का हमला भी बाहर शौच के समय अक्सर होता है। इसको समाप्त करने के लिए वनटांगिया गांवों में शत-प्रतिशत घरों में शौचालय का लाभ पहुंचाएं। उन्होंने एग्रो-फॉरेस्टिंग को प्रमोट करने के लिए मेड़ पर पेड़ के तहत अधिक से अधिक पेड़ लगाने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ईको-टूरिज्म से ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों को जोड़ें ताकि उनको इन योजनाओं का लाभ हो। 
 पर्यावरण मंत्री आगे कहा की ट्राम रेल परियोजना को शीघ्र शुरू करवाने का आश्वासन देते हुए अधिकारियों को इसके लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने वन मंत्री सहित अन्य विशिष्ट अथितियों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। उन्होंने सोहगीबरवा वन्यजीव अभयारण्य का संक्षिप्त परिचय देते हुए सभी लोगों को इसकी खूबियों और यहां मौजूद दर्शनीय स्थलों से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने सोहगीबरवा के बौद्ध महत्व को इंगित करते हुए रामग्राम स्तूप की भी चर्चा की और बताया कि सोहगीबरवा जनपद के पर्यटन स्थलों का केंद्रबिंदु है और इसके विकास से पूरे जनपद के पर्यटन को गति मिलेगी। कार्यक्रम में जिले के विधायकों ने भी क्षेत्र के विकास और समस्याओं के समाधान के लिए अपनी मांगों को रखा। कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, डीएफओ पुष्प कुमार के. व अपर जिलाधिकारी डॉ. पंकज कुमार वर्मा ने  अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर विधायक सदर जयमंगल कन्नौजिया, पनियरा विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह, सिसवां विधायक प्रेम सागर पटेल और फरेंदा विधायक वीरेन्द्र चौधरी के अलावा वन विभाग के शीर्ष अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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